इसका उद्देश्य उन मूल तत्त्वों को निष्प्रभ करना था जिन्होने संस्कृति और परंपरा के नाम पर अमानवीय तत्त्वों को प्रोत्साहन दिया था।
2.
यानि जो सम्पत्ती उच्च वर्णीय लोगों ने धर्म / मनुस्मृति के नामपर लुटी है, उसे सरकार ने अपने कब्जे में लेनी चाहि ए. अर्थात ‘ धारा-३ १ ' को निष्प्रभ करना चाहि ए.